शासकीय शिवनाथ विज्ञान महाविद्यालय में तृतीय दिवस की कार्यशाला दिनांक 22-08-2025 को संपन्न हुआ। जिसमें बतौर विषय विशेषज्ञ श्री चंद्रकिशोर लाड़े (जिला बाल संरक्षण अधिकारी राजनांदगाँव )ने "बाल अधिकार तथा लैंगिक अपराधों से संरक्षण"सम्बन्धी विषय पर छात्रों को बाल शोषण, बाल असुरक्षा और बाल संरक्षण आदि के बारे में अवगत कराते हुए कहा कि बाल शोषण आज एक गंभीर समस्या बनी हुई है जिसमें बच्चों के अधिकारों का हनन होता है उन्हें शारीरिक, मानसिक या भावनात्मक नुकसान पहुँचाया जाता है भिक्षावृत्ति, दहेज, बालश्रम, मानव तस्करी, अपने विचार व्यक्त न करने देना, धमकी देना, कुपोषण का शिकार जैसे बाल दुर्व्यवहार समस्याओं की भी चर्चा छात्रों से करते हुए कहा कि इसके लिए हर बेटी को बदलना होगा, स्वयं में बदलाव लाना होगा, दूसरों की बेटी को अपना मानना होगा,समाज में सहभागिता का अधिकार स्थापित करना होगा तभी हम इस भयानक खतरों से निजात पाएंगे। इसके प्रभाव को विस्तार से बताते हुए कहा कि इससे बच्चों को शारीरिक नुकसान पहुँच सकता है, जैसे चोटें या अन्य शारीरिक समस्याएं,मानसिक समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, अवसाद, चिंता या आत्महत्या के विचार भी उत्पन्न होने लगते हैं।इसके संरक्षण के अनेक आयामों को बताते हुए कहा कि बालिकाओं में जागरूकता फैलाना और लोगों को इसके प्रभावों के बारे में शिक्षित करना अत्यंत आवश्यक है। उन्हें सुरक्षित वातावरण प्रदान करना और उनकी देखभाल करना हमारी जिम्मेदारी है।ऐसे बालिकाओं की सहायता प्रदान करना चाहिए जैसे बीच बीच में परामर्श या चिकित्सा देखभाल आदि। इसके अतिरिक्त सोशल मीडिया के प्रभाव और इसके रोकथामों पर भी विस्तार से वर्णन किया।समाज में हुए घटनाओं को बताकर छात्रों में जागरूकता लाने की बात भी अपने वक्तव्य में कहा।